tag:blogger.com,1999:blog-205094923687651462.post6338847590803447852..comments2022-07-22T02:41:29.019-07:00Comments on शकुन्तला प्रेस का पुस्तकालय: "शकुन्तला प्रेस" का व्यक्तिगत "पुस्तकालय" क्यों?पत्रकार रमेश कुमार जैनhttp://www.blogger.com/profile/10467835202456745362noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-205094923687651462.post-18362262392716036302012-11-17T09:04:57.628-08:002012-11-17T09:04:57.628-08:00@बबीता वाधवानी जी, आपका आभार ! जो आप इस ब्लॉग पर आ...@बबीता वाधवानी जी, आपका आभार ! जो आप इस ब्लॉग पर आए और पोस्ट को पढ़ा. यदि आपको फोटो देखकर हंसी आ गई, तो हमारे लिए बहुत अच्छा है कि हम किसी के चेहरे पर हंसी लाने के काबिल है. यदि आप थोड़ा समय इस ब्लॉग के लिए दे सकती हैं तब आपको इस ब्लॉग में आपको योगदानकर्त्ता के रूप में जोड़ना चाहता हूँ. मुझे अपने लिए कुछ नहीं चाहिए मगर कुछ लोगों के लिए और देश के लिए कुछ करना चाहता हूँ.पत्रकार रमेश कुमार जैनhttps://www.blogger.com/profile/10467835202456745362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-205094923687651462.post-83997426082925344682012-11-17T08:40:44.459-08:002012-11-17T08:40:44.459-08:00बहुत अच्छी कोशिश की है आपने ! कभी कभी भेष बदलना पड...बहुत अच्छी कोशिश की है आपने ! कभी कभी भेष बदलना पड़ता है --- हँसी आ गयी ! भेष बदलना समय की मांग होती है ! Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-205094923687651462.post-3890664180126310672011-07-18T05:34:21.923-07:002011-07-18T05:34:21.923-07:00आपका प्रेस भी अच्छा लगा और आपका रूप भी ।
मालिक आपक...आपका प्रेस भी अच्छा लगा और आपका रूप भी ।<br />मालिक आपके लिए शांति का और उन्नति का द्वार खोले।<br />संघर्ष इस जीवन की नियति है। यह करना ही पड़ता है भले को भी और बुरे को भी। अंतिम विजय केवल सत्य की ही होती है।<br />लिहाज़ा आप जमे रहें।DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-205094923687651462.post-43649607410794148542011-07-13T02:07:18.994-07:002011-07-13T02:07:18.994-07:00गुरुवर जी, जी हाँ! इसमें अभी बहुत से सुधारों की आव...गुरुवर जी, जी हाँ! इसमें अभी बहुत से सुधारों की आवश्यकता है। आप एक दो या ज्यादा गलतियों की मेरा ध्यान आकर्षित करें और कुछ ब्लॉग और लिंकों के विषय में बताकर योगदान करें. इसमें कुछ ऐसे लिंकों को शामिल करने का मन है. जो आम-आदमी कहूँ या एक गरीब पीड़ित व्यक्ति को अगर वो लिंक मिल जाता है. तब उसका जीवन या उसकी परेशानियां कम हो सकें. जैसे-आज से लगभग एक साल पहले आपके ब्लॉग पर आकर एक अच्छी सलाह और जानकारी प्राप्त हुई थी. धन के लिए जीवन नहीं किन्तु जीवन के लिए धन है. मुझे धन से अधिक मोह भी नहीं है.अगर मैं धन के लिए अपनी पत्रकारिता का प्रयोग करता तब आज करोड़पति होता मगर मुझे आज अपनी गरीबी पर संतोष है. अगर आप उपरोक्त "पुस्तकालय" के लिए थोड़ा समय दें सकें. तब इसमें आपको शामिल करने का मन(इच्छा) रखता हूँ. आज मेरी तपस्या का सातवां दिन है और कल 17 घंटे तक प्यास को रोकने की ताकत मिली. आज आपका तीसरा दिन है. सूर्य अस्त के बाद नहीं खाने का निर्णय करें. मुझे नहीं लगता है आपको कोई परेशानी नहीं आ रही होगी.पत्रकार रमेश कुमार जैनhttps://www.blogger.com/profile/10467835202456745362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-205094923687651462.post-37168558437525049312011-07-12T19:12:56.786-07:002011-07-12T19:12:56.786-07:00प्रयास अच्छा है, लेकिन बहुत सुधारों की आवश्यकता है...प्रयास अच्छा है, लेकिन बहुत सुधारों की आवश्यकता है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com